Price of smart phones: भारत सहित पूरी दुनिया में स्मार्टफोन की मांग पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है। नई तकनीकों की खोज ने मोबाइल फोन्स को तेजी से बेहतर बनाया है, इसलिए उनकी कीमतें बढ़ती जा रही हैं।
चिपसेट की कीमतों और खर्चों पर असर
निर्माण लागत में बढ़ोतरी और मार्जिन में गिरावट के कारण दुनिया की प्रमुख चिपसेट बनाने वाली कंपनियों जैसे क्वालकॉम और मीडियाटेक ने चिपसेट के दामों में बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी से मोबाइल फोन की कीमतें प्रभावित होंगी।
उत्पादन खर्च में वृद्धि के तकनीकी परिणाम
Chip कंपनियों ने उत्पादन लागत बढ़ाने की योजना बनाई है। विशेष रूप से, ताइवान की TSMC जैसी कंपनियां 5 और 3 नैनोमीटर प्रोसेसर की कीमतें बढ़ाने जा रही हैं। यदि स्मार्टफोन की कीमतें 5% तक बढ़ती हैं तो 20000 रुपये का फोन 21000 रुपये तक पहुंच सकता है (इसका असर स्मार्टफोन की कीमतों पर होगा)।
स्मार्टफोन उद्योग में मूल्यों में बदलाव
स्मार्टफोन कंपनियां अपने मार्जिन को बनाए रखने के लिए कीमतें बढ़ा रही हैं, क्योंकि चिप सेट की निर्माण लागत बढ़ रही है। काउंटर प्वाइंट रिसर्च के अनुसार विश्वव्यापी औसत स्मार्टफोन की कीमत करीब ३० हजार रुपये, या 365 डॉलर है। जो अगले साल तक और बढ़ सकता है.