Government scheme: युवक, जो पहले गांव-गांव घूमकर चादर बेचता था, आज 25 लोगों को रोजगार देता है, सरकारी योजना ने बदल दी उसकी किस्मत।
बागपतः सरकार से मदद मिलने के बाद एक युवा इन दिनों हैंडलूम फैक्ट्री लगाकर अन्य लोगों को रोजगार दे रहा है. युवक पहले गांव – गांव जाकर साइकिल पर चादर बेचने का काम करता था. लेकिन सरकार से मदद मिलने के बाद आज उसने अपना व्यापार शुरू किया है और करीब 25 लोगों को रोजगार देकर अच्छा मुनाफा कमा रहा है. युवक के इस काम को देखने के लिए काफी दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. फैक्ट्री में तैयार हो रही चादरों की मार्केट में भी काफी अच्छी डिमांड है और दूर-दूर से लोग यहां लेने पहुंचते हैं.
खेकड़ा निवासी वाहिद अंसारी ने बताया कि पहले वह घर-घर जाकर चादर बेचने का काम करते थे. कई जगह नौकरी करने के बाद भी परिवार का पालन पोषण अच्छे से नहीं हो पा रहा था, जिसके बाद अधिकारियों से जाकर मिलना हुआ और सरकार से मदद प्राप्त हुई. इसके बाद उन्होंने खेकड़ा हैंडलूम के नाम से अपनी एक फैक्ट्री लगाई. जिसमें वह चादर, बेडशीट व अन्य चीज तैयार करते हैं. जिससे उन्हें अच्छा खासा मुनाफा मिलता है.
25 लोगों को दिया रोजगार
वाहिद अंसारी ने कहा कि अपनी फैक्ट्री में 25 लोगों को रोजगार दिया हुआ है. उनके द्वारा तैयार की गई चादर महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा व अन्य स्थान पर बेची जाती हैं. मार्केट में चादर की अच्छी डिमांड होने के चलते उन्हें अच्छा मुनाफा मिलता है. उनके द्वारा किए जा रहे काम को अन्य लोग भी देखने आते है.
कम दाम अच्छी चादर उपलब्ध कराना है सपना
फैक्ट्री संचालक वाहिद अंसारी ने बताया कि उनका सपना था कि वह अच्छी चादर लोगों तक पहुंचाएं जिसके चलते उन्होंने अपने यहां अच्छी चादर तैयार की हैं. उनकी एक चादर को तैयार करने में करीब ₹400 का खर्चा आता है और मार्केट में 500 से लेकर 550 रूपए तक यह चादर आसानी से बिक जाती है, जिससे उन्हें ठीक मुनाफा मिल जाता है.
सरकारी योजना से बेरोजगार युवक बना लखपति
वाहिद अंसारी का कहना है कि अगर सरकार से सहायता ना मिलती तो उनका यह सपना अधूरा रह जाता, लेकिन सरकार ने सहायता की और आज वह अपना सपना पूरा करने के साथ-साथ अन्य लोगों को रोजगार दे रहे हैं और अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. युवक सालाना करीब आठ लाख रुपए की कमाई करता है.